Associate Company kya hai in Hindi, Association meaning in Hindi
हमारे देश मे सभी लोग सफल होना चाहते है, जिस कारण लोग बिना सोचे समझे और बिना कुछ सीखे सीधे अपना बिजनेस खोल लेते है, फिर वही पूरी जानकारी न होने के कारण लोग business में लगाया हुआ पैसा खोने के साथ-साथ अपना business भी बुरी तरह से डूबा लेते है परन्तु आज हम इस पोस्ट में जानेगे की Associate Company kya hai? और associate company क्या होती है और इसके फायदे ओर नुकसान क्या है ! इसके बारे में पूरी बारीकी से जानेगे !
Table of Contents
Associate company क्या है ? Associate Company kya hai
Associate Company का मतलब एक ऐसी कंपनी है, जिसमे किसी अन्य कपनी का कन्ट्रोल होता है, उसके सभी वर्कर के निर्णय दूसरी कॉम्पनी लेती है ! Associate कंपनी कहलाती है !
Association Meaning in Hindi :
इसमें एक कंपनी से ज्यादा दूसरी अन्य कंपनी का कंट्रोल होता है, जो उनके कार्य प्रणाली व अन्य कार्यो को नियंत्रित करती है !
मान लो : एक कंपनी A है और एक कंपनी B है, A कंपनी को अपने लिए कुछ investment की जरूरत है, तो वो अपनी कंपनी को grow करने के लिए B कंपनी के पास जाती है तो वो इसके शेयर खरीद लेती है !
ऐसे में अगर A कंपनी के 50% से ऊपर शेयर B कंपनी के पास चले जाते है तो A कंपनी के ऊपर पूरा कंट्रोल B कंपनी का हो जाता है ! अब A कंपनी की सभी कार्यप्रणाली B कंपनी के पास आ जाती है इसे ही हम Associate Company (Associate Meaning in Hindi) कहते है !
कंपनियां कितने प्रकार की होती है ?
कंपनियां मुख्यत रूप से कई प्रकार की हो सकती है परन्तु हम इनमे से कुछ ही कंपनियां के बारे में जानेगे ! जो हम आपको निम्नलिखित बनाते जा रहे है !
- Sole Proprietorship
- General Partnership
- Limited Liability PartnerShip
- Co-operative Society
Sole Proprietorship : इस बिज़नेस में एक ही मालिक होता है, जिसने कंपनी को बनाया हो, उसे हम individual Entrepreneurship के नाम से भी जानते है ! यह बिजनेस बहुत लोकप्रिय बिजनेस है इसमें आप बफ आसानी से अपना बिज़नेस शुरू कर सकते है ! इसमें bussiness की सभी चीज़े कंपनी के owner की ही होती है !
यदि ऐसे में business owner मर जाता है उसके साथ ही साथ उसका business भी मर जाता है, या हम यूं कह सकते है कि उसके जाने के पीछे उसका business भी बंद हो जाता है !
Sole Proprietorship बिजनेस के लाभ :
- इस बिजनेस को करने के लिए सरकार की कोई परमिशन लेने की जरूरत नही है !
- इस बिज़नेस को बहुत ही आसानी से किया जा सकता है !
- इसमें सारा का सारा profit businessman का ही होता है !
- इस बिज़नेस को करने के लिए कोई रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता नही होती है !
- इसमें सारा कंट्रोल खुद का ही होता है !
General Partnership : इस बिज़नेस में दो या दो से अधिक मिलकर चलाते है ओर कन्ट्रोल करते है !इस बिजनेस में 20 तक पार्टनर मौजूद हो सकते है ! इसमें एग्रीमेंट के अनुसार सभी पार्टनरों में बराबर का हिस्सा बटता है चाहे वो प्रॉफिट हो या loss.
General Partnership के लाभ व हानियां
- इस बिज़नेस को कम पैसे में शुरू किया जा सकता है !
- इस बिजनेस में सभी पार्टनर में बराबर का हिस्सा divide होता है profit व loss
- इस बिजनेस को चलाना भी काफी आसान है !
- इसमें भी registration करना अनिवार्य नही है !
- इस व्यवसाय में किसी का भी पूरा नियंत्रण नही होता !
- इसमें फ़ैसला लेना मुश्किल होता है, जिससे कि दूसरे पार्टनर को बुरा न लगे !
- पार्टनरों के बीच मे हमेशा टकराव होने की संभावना बनी रहती है !
Limited Liability Partnership : इस बिज़नेस में कम से कम 2 पार्टनर हो सकते है, इस बिजनेस में किसी अन्य पार्टनर द्वारा बनाई गई liabilities का दूसरा पार्टनर उत्तरदायित्व नही होगा ! इस तरह की Partner Ship को अधिकतर लोग पसंद करते है !
इस बिज़नेस में आप अपनी ownership ट्रांसफर कर सकते हो, चाहे तो आप अपनी ownership को ट्रांसफर करके foreigner owner के नाम कर सकते है !
Limited Liability Partnership के लाभ व हानिया
- बिजनेस की शुरुआत करने में कम लागत !
- काम पार्टनर्स के बीच मे बात हुआ होता है !
- सभी पार्टनर मिलकर जोखिम को उठाते है !
- बिजनेस स्केल करना मुश्किल होता है !
- निर्णय लें भी मुश्किल होता है !
Co-operative Society : इस कंपनी में लोग समान काम समान उद्देश्य के साथ करते है ! Co operative society act 1912 के तहत इस कंपनी का सहकारी समति का रजिस्ट्रेशन करवाना अनिवार्य है ! कंपनी को सहकारी समति बनाना बहुत ही आसान है परन्तु इसलिए लिए सहकारी समति बनाने वाले 10 वयस्को की अनुमति आवश्यक है !”Associate Company” Co-operative Society के अंतर्गत ही आती है !
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Co-operative Society के लाभ व हानियां
- व्यवसाय सभी सदस्यों के समान हिट में होता है !
- Business का स्वतंत्र अस्तित्व होता है !
- Government भी मदद करती है !
- सरकार का नियंत्रण और हस्तेक्षप होता है !
Associate Company के फायदे ओर नुकसान क्या है ?
- कई बार कंपनियां बाजार में निवेश करने के लिए प्रतियोगी नही होती, उसकी जगह ये association system उनके इस कार्य को आसान बनाता है !
- कंपनी को बेहतर तकनीकी क्षमता, रिसर्च व अन्य प्रकार की वित्तिय मदद मिलने में सहायक होती है !
- एक associate कंपनी मूल रूप से लाभ प्रदान करने के लिए association system का उपयोग करती है ! जिससे कि उनकी value ओर sales बढ़ाने में मदद मिल सके !
मैं आशा करता हु आपको सभी को अच्छे से समझ आया होगा “Companies and Associate Company kya hoti hai, “Association meaning in Hindi” अच्छे से समझ आया होगा ! यदि अभी भी आपके मन मे कोई सवाल हो तो आप हमें comments के पूछ सकते है, हमे आपके सवालो का जवाब देने में बहुत खुशी होती है ! यदि आपके मन मे कोई सुझाव हो तो वो भी हमे suggest कर सकते है !